मुद्रा परीक्षण में आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों का अनुप्रयोग: एक विश्लेषणात्मक एवं समीक्षात्मक अध्ययन
Keywords:
मुद्रा परीक्षण, एक्स-रे फ्लोरेसेंस, प्रोटॉन प्रेरित एक्स-रे उत्सर्जन, धात्विक परीक्षण, रासायनिक परीक्षणAbstract
भारत में मुद्रा निर्माण का काल पुरातत्वविदों द्वारा मोटे तौर पर छठवीं शताब्दी ईसवी पूर्व से माना गया है। मुद्रा निर्माण के क्रम में सर्वप्रथम आहत मुद्राएं निर्मित की गईं। ज्यों-ज्यों भारत में आर्थिक एवं राजनैतिक परिवर्तन होते गए, उसी क्रम में भारत कला और तकनीकी के क्षेत्र में भी अग्रसर होता रहा। मुद्रा के निर्माण में प्रमुखता तीन प्रकार की विधियों यथा- 1. आहत या पंचमाक्र्ड विधि, 2. ठप्पा या डाई स्ट्राइकिंग विधि, 3. साँचा या कास्टिंग विधि का प्रयोग होता रहा है। निर्माण की प्रत्येक विधि द्वारा निर्मित सिक्कों की बनावट एक दूसरे से अलग पहचान लिए होती थी, जिसके विभिन्न दृष्टिकोणों; मुद्रा-निर्माण विधियाँ, मुद्राओं पर अंकित प्रतीक-चिन्ह, मुद्राओं के भार-मान तथा भाषा एवं लिपि इत्यादि का बहुतायत मात्रा में अध्ययन किया जा चुका है। पुरातात्विक निखातों में प्राप्त मुद्राओं के प्राप्ति स्तर, मुद्राओं की धातु संरचना तथा उन पर भौतिकीय या पर्यावरणीय प्रभाव के आंकलन के साथ-साथ प्राचीन भारतीय धातु विज्ञान की जानकारी के निमित्त प्रस्तुत शोध पत्र मुद्रा परीक्षण में प्रयुक्त आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों का विश्लेषण करता है।
Downloads
References
कुमार, एस. (2017)। मेट्रोलॉजी एंड मेटल एनालिसिस ऑफ द कुषाना, गुप्ता एंड वेस्टर्न क्षत्रपा कॉइनेज। ट्रेजर्स ऑफ द गुप्ता एम्पायरः ए कैटलॉग ऑफ कॉइन्स ऑफ द गुप्ता डायनेस्टी एंड लेटर गुप्तास, शशांक एंड कॉइनेज ऑफ बेंगाल (पृ0 69-103)। द शिवली ट्रस्ट।
इंगो, जी. एम., एंजेलिनी, ई., डे कारो, टी., और बुल्ट्रिनी, जी. (2004)। कम्बाइन्ड यूज ऑफ सरफेस एंड माइक्रो-एनालिटिकल टेक्नीक्स फॉर द स्टडी ऑफ एंशिएंट कॉइन्स। एप्लाइड फिजिक्स ए, 79(2), 171-176।
इंगो, जी. एम., बाल्बी, एस., डे कारो, टी., फ्रागाला, आई., एंजेलिनी, ई., और बुल्ट्रिनी, जी. (2006)। कम्बाइन्ड यूज ऑफ ैम्ड.म्क्ै, व्ड एंड ग्त्क् फॉर द कैरेक्टराइजेशन ऑफ कॉरोजन प्रोडक्ट्स ग्रोन ऑन सिल्वर रोमन कॉइन्स। एप्लाइड फिजिक्स ए, 83(4), 493-497।
गौतम, श्रीया। (2019, फरवरी)। यूज ऑफ साइंटिफिक टेक्नीक्स टू स्टडी एंशिएंट इंडियन कॉइन्स। थ्री डे नेशनल वर्कशॉप ऑन न्यूमिस्मैटिक्सः स्टडी एंड रिसर्च पर प्रस्तुत पेपर, डिपार्टमेंट ऑफ एंशिएंट हिस्ट्री, कल्चर एंड आर्कियोलॉजी, पंजाब विश्वविद्यालय।
मारुसी, जी., क्रोसेरा, एम., फोर्नासारो, एस., पावोनी, ई., कैलेघर, बी., और अडामी, जी. (2024)। ए मल्टी-टेक्नीक स्टडी ऑफ 49 गोल्ड सॉलिडी फ्रॉम द लेट एंटीक पीरियड (फोर्थ-टू-सिक्स्थ सेंचुरी एडी)।
हाजीवलीई, एम., गर्ग, एम.एल., हांडा, डी.के., गोविल, के.एल., काकावंद, टी., विजयन, वी., सिंह, के.पी., और गोविल, आई.एम. (1999)। च्प्ग्म् एनालिसिस ऑफ एंशिएंट इंडियन कॉइन्स। न्यूक्लियर इंस्ट्रूमेंट्स एंड मेथड्स इन फिजिक्स रिसर्च सेक्शन बीः बीम इंटरैक्शन्स विथ मटेरियल्स एंड एटम्स, 150(1-4), पृ0 645-650।
कैलिगारो, टी. (2008)। च्प्ग्म् इन द स्टडी ऑफ आर्कियोलॉजिकल एंड हिस्टोरिकल ग्लास। एक्स-रे स्पेक्ट्रोमेट्री, 37, पृ0 169-177। वाइली इंटरसाइंस में प्रकाशित।
महापात्रा, एन., विजयन, वी., और राउत्राय, टी.आर. (2014)। एलिमेंटल एनालिसिस ऑफ एंशिएंट गोल्ड एंड सिल्वर कॉइन्स यूजिंग न्यूक्लियर टेक्नीक्स। जर्नल ऑफ कम्प्यूटेशनल एंड थियोरेटिकल नैनोसाइंस, 20(3)।
स्कॉट, डी. ए. (1992)। मेटलोग्राफी एंड माइक्रोस्ट्रक्चर इन एंशिएंट एंड हिस्टोरिक मेटल्स। गेट्टी पब्लिकेशन्स।
स्टार्ले, डी. (1994)। मेटलोग्राफिक एक्जामिनेशन। द हिस्टोरिकल मेटलर्जी सोसाइटीः आर्कियोलॉजी डेटाशीट नंबर 11। द हिस्टोरिकल मेटलर्जी सोसाइटी, ससेक्स।
श्रीनिवासन, एस. (2016)। मेटलर्जी ऑफ जिंक, हाई-टिन ब्रॉन्ज एंड गोल्ड इन इंडियन एंटीक्विटीः मेथोडोलॉजिकल आस्पेक्ट्स। इंडियन जर्नल ऑफ हिस्ट्री ऑफ साइंस, 51(1), 22-32।
फिएरास्कु, आर. सी., दुमित्रिउ, आई., आयन, एम. एल., कटांगिउ, ए., और आयन, आर. एम. (2008)। कम्बाइन्ड यूज ऑफ सरफेस एंड माइक्रो-एनालिटिकल टेक्नीक्स फॉर आर्कियोलॉजी। एन.यूनिव. बुखारेस्टी. केमिया, 17(1), 9-14।
मॉर्टिमर, सी. (1995)। केमिकल एनालिसिस ऑफ मेटलवर्क एंड मेटलवर्किंग डेब्रिस। द हिस्टोरिकल मेटलर्जी सोसाइटीः आर्कियोलॉजी डेटाशीट नंबर 12। द हिस्टोरिकल मेटलर्जी सोसाइटी, ससेक्स।
उपाध्याय, ए. के., गिरी, एन. के., प्रकाश, आर., और अन्य। (2024)। सरफेस एलिमेंटल एंड स्ट्रक्चरल एनालिसिस ऑफ एंशिएंट इंडियन पंच-माक्र्ड कॉइन्स (600 टू 200 बीसीई)ः इनसाइट्स इनटू मेटलर्जी एंड इकॉनमिक प्रैक्टिसेस। साइंटिफिक रिपोर्ट्स, 14, 30190।
Downloads
Published
Issue
Section
License
Copyright (c) 2024 International Journal of Scientific Research in Humanities and Social Sciences

This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.